आज का नीमच मंडी लहसुन भाव – 4 जनवरी 2025
Today Lahsun Bhav Aaj Ka : किसान भाइयों, आज 4 जनवरी 2025 को नीमच मंडी में लहसुन बाजार का हाल जान लेते हैं। आज की मंडी में देसी लहसुन की आवक लगभग 7,600 बोरी दर्ज की गई है।
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आज के दिन देसी लहसुन का बढ़िया मॉल 22,100 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका, और बाजार सामान्य बना रहा। नीचे विभिन्न श्रेणियों के भाव दिए गए हैं:
लहसुन का प्रकार | न्यूनतम भाव (रु.) | अधिकतम भाव (रु.) |
---|---|---|
चालनसार मॉल | 9,200 | 9,800 |
छर्री मॉल | 11,700 | 12,000 |
मीडियम लड्डू मॉल | 15,000 | 15,300 |
लड्डू मॉल | 16,500 | 16,800 |
मोटा मॉल | 19,000 | 19,300 |
फूल गोल मॉल | 21,000 | 21,300 |
स्पेशल मॉल | 22,300 | 22,600 |
बॉक्स क्वालिटी मॉल | 23,500 | 24,000 |
लहसुन की खेती कैसे करें
लहसुन की खेती करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
1. जलवायु और मिट्टी की तैयारी
- लहसुन के लिए ठंडी और शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त होती है।
- मिट्टी दोमट या बलुई दोमट होनी चाहिए, जिसमें जल निकासी अच्छी हो।
- खेत को 2-3 बार जुताई करके भुरभुरा बना लें। इसमें गोबर की खाद डालकर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाएं।
2. बीज चयन
- अच्छी गुणवत्ता वाले बीज चुनें। लहसुन की कलियां (गांठ) अच्छी तरह विकसित और बीमारी मुक्त होनी चाहिए।
- देशी और हाइब्रिड दोनों किस्में उपलब्ध हैं, अपनी ज़रूरत के अनुसार चयन करें।
3. बुवाई का समय
- लहसुन की बुवाई का आदर्श समय अक्टूबर से नवंबर के बीच होता है।
- किल्लों को 10-12 सेंटीमीटर की दूरी पर और 2-3 सेंटीमीटर की गहराई पर लगाएं।
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4. सिंचाई
- लहसुन को नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है।
- पहली सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करें। इसके बाद 10-15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें। फसल के पकने के समय सिंचाई बंद कर दें।
5. खाद और उर्वरक
- बुवाई के समय खेत में 15-20 टन गोबर की खाद डालें।
- 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 25 किलोग्राम फास्फोरस, और 25 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर दें।
6. फसल सुरक्षा
- कीटों और बीमारियों से बचाव के लिए जैविक और रासायनिक उपाय अपनाएं।
- प्रमुख रोग जैसे प्याज की झुलसा और कीट जैसे थ्रिप्स से बचाव करें।
7. कटाई और भंडारण
- बुवाई के 120-150 दिनों बाद लहसुन की फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
- कटाई के बाद लहसुन को अच्छी तरह सूखाएं और ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।