Kheti : यह मुफ्त तरीका अपनाएं, नीलगाय खेत से भाग जाएंगी और फिर कभी फसल को नहीं छुएंगी

Kheti :  नीलगाय खेत से भाग जाएंगी
Kheti : नीलगाय खेत से भाग जाएंगी

Kheti : यह मुफ्त तरीका अपनाएं, नीलगाय खेत से भाग जाएंगी और फिर कभी फसल को नहीं छुएंगी

Kheti : नीलगाय और अन्य जंगली जानवरों की समस्या कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। ये जानवर न केवल फसल को खाते हैं, बल्कि उसे कुचलकर भी बर्बाद कर देते हैं, जिससे किसानों की मेहनत और निवेश दोनों पानी में चले जाते हैं। खासकर, मक्के, गेहूं, और अन्य फसलों के लिए यह समस्या काफी आम है। लेकिन, अब किसानों के पास एक सरल और मुफ्त उपाय है, जिसे वे आसानी से अपना सकते हैं, और वह है—राख का इस्तेमाल।

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नीलगाय जैसे जंगली जानवरों की समस्या

किसान अपनी फसल को उगाने के लिए काफी मेहनत करते हैं, और जब फसल पकने के कगार पर होती है, तब नीलगाय, सूअर और अन्य जंगली जानवर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। ये जानवर कई बार खेतों में घुसकर न केवल फसल खा जाते हैं, बल्कि पैरों से कुचलकर उसे बर्बाद भी कर देते हैं। इससे किसान की मेहनत और उनका पैसा दोनों की बर्बादी होती है। यह समस्या किसानों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है, लेकिन अब एक आसान उपाय है जिससे इन जंगली जानवरों से बचाव किया जा सकता है।

नीलगाय से फसल बचाने का मुफ्त तरीका: राख

नीलगाय और अन्य जंगली जानवरों को खेत से दूर रखने के लिए एक बहुत ही साधारण और मुफ्त उपाय है, जो हर किसान के लिए उपलब्ध है—राख। इस समय किसान ठंड से बचने के लिए घरों में आग जलाते हैं, और लकड़ी जलने के बाद राख इकट्ठा होती है। यह राख न केवल घर के इस्तेमाल के लिए होती है, बल्कि इसका इस्तेमाल किसानों के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीके के रूप में किया जा सकता है।

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राख को फसल के पास डाला जाता है, खासकर मक्के के खेतों में, ताकि नीलगाय जैसे जंगली जानवर उन फसलों को न खा सकें। जब नीलगाय इस राख को अपनी जुबान पर लगाती है, तो उसका स्वाद उन्हें पसंद नहीं आता और वे तुरंत खेत से भाग जाते हैं। यही कारण है कि राख एक बहुत ही प्रभावी और मुफ्त तरीका बन जाता है, जिससे नीलगाय और अन्य जंगली जानवरों को खेतों से दूर रखा जा सकता है।

राख डालने के फायदे

राख को खेतों में डालने के कई फायदे हैं:

  1. जंगली जानवरों से रक्षा: सबसे पहले, राख का मुख्य फायदा यह है कि यह नीलगाय और अन्य जंगली जानवरों को खेतों से दूर रखती है। जानवरों को राख का स्वाद पसंद नहीं आता, जिससे वे फसल को छोड़कर चले जाते हैं।
  2. पाला से बचाव: जब ठंड बढ़ती है और पाला पड़ता है, तब राख फसल को पाले से बचाने का काम करती है। यह फसल को अधिक ठंड से बचाती है, जिससे उसकी वृद्धि पर सकारात्मक असर पड़ता है।
  3. खाद के रूप में उपयोग: राख एक प्राकृतिक खाद के रूप में काम करती है। यह मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करती है और फसल की वृद्धि को बढ़ावा देती है।
  4. कीटनाशक के रूप में: राख का उपयोग कीटनाशक के रूप में भी किया जा सकता है। गांवों में इसे बैगन जैसी सब्जियों में कीटों से बचाव के लिए डाला जाता है। यह फसलों में कीटों की संख्या को नियंत्रित करने का एक सस्ता और प्राकृतिक तरीका है।

राख का उपयोग: एक सरल और प्रभावी उपाय

राख का उपयोग न केवल जंगली जानवरों से रक्षा करने के लिए, बल्कि फसल की सेहत को बेहतर बनाने के लिए भी किया जा सकता है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक और मुफ्त उपाय है, जो किसान अपनी खेती में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका कोई नुकसान नहीं है, और इसके कई फायदे हैं। इस सरल उपाय को अपनाकर किसान अपनी मेहनत और फसलों को बचा सकते हैं।

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