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लहसुन की पैदावार बढ़ाने का आसान और सस्ता तरीका
अगर आप लहसुन के कंद का आकार बढ़ाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए एक बेहतरीन और प्रभावी उपाय लेकर आए हैं। यह तरीका न केवल सरल है, बल्कि इसके इस्तेमाल से आपको बेहतर परिणाम भी मिलेंगे।
बड़े कंदों से बढ़ेगी कमाई
लहसुन की खेती किसानों के लिए हमेशा फायदेमंद रही है, क्योंकि इसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। अगर लहसुन के कंद बड़े होते हैं, तो बाजार में उनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, हम आपको एक ऐसा घोल बनाने का तरीका बताएंगे, जो सिंचाई के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में गुड़ और कुछ अन्य सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा। पहले जानते हैं इसके फायदे और फिर इसे तैयार करने की विधि।
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खेती में गुड़ के फायदे
गुड़ न केवल सेहत के लिए लाभकारी है, बल्कि यह खेती के लिए भी बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। लहसुन की फसल में इसका इस्तेमाल करने से फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता बढ़ती है। हालांकि, यहां सिर्फ गुड़ का ही इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, बल्कि इसे अन्य सामग्रियों के साथ मिलाकर एक खास घोल तैयार किया जाएगा, जिससे चीटियां फसल को नुकसान न पहुंचाएं।
गुड़ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन और ग्लूकोज जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो सर्दियों में फसल को गर्माहट प्रदान करते हैं और ह्यूमिक एसिड की तरह काम करते हैं।
घोल तैयार करने की विधि
लहसुन के कंद का आकार बढ़ाने के लिए निम्नलिखित सामग्री से एक विशेष घोल तैयार किया जा सकता है:
- काला गुड़ (पुराना): 3 किलो
- सरसों की खली: 5 किलो
- DAP: 20 किलो
- गोमूत्र: 18 लीटर
- पानी: 200 लीटर
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तरीका:
- सभी सामग्रियों को एक बड़े बर्तन में मिलाएं।
- इस मिश्रण को 2 दिनों तक अच्छी तरह से रखा रहने दें, ताकि यह किण्वित हो सके।
- इसके बाद, तैयार घोल को सिंचाई के पानी में मिलाकर फसल में डालें।
कब करें इस्तेमाल?
इस घोल का उपयोग तब करें, जब लहसुन की फसल 30 से 60 दिनों के बीच की हो। यह समय फसल की वृद्धि के लिए सबसे उपयुक्त होता है।